November 28, 2025

₹22,000 invest karke ₹20 lakh kamane ka claim: PIB ने फौरन जारी की चेतावनी, असली सच सामने आया!

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इन दिनों एक ऐसा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि मात्र ₹22,000 निवेश करके कोई भी व्यक्ति ₹20 लाख तक कमा सकता है। वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि यह कथित योजना किसी केंद्रीय मंत्रालय की अधिकृत स्कीम है और देश के आम नागरिकों को “महीनों में करोड़ों कमाने” का मौका दे रही है।

इन दावों में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वीडियो में वित्त मंत्री का फ़र्ज़ी क्लिप इस्तेमाल किया गया है, जिसे देखकर कई लोग इसे असली सरकारी योजना समझ लेते हैं। कुछ फेसबुक पेजों और व्हाट्सऐप ग्रुप्स में इसे “नई सरकारी मिलियन-इनकम योजना” बताया जा रहा है।

विशेषज्ञों के अनुसार, यह क्लिप एडिटेड है और इसका इस्तेमाल निवेशकों को फंसाने के लिए किया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में कई यूज़र्स ने इस वीडियो पर सवाल उठाए हैं और कुछ ने शिकायत भी दर्ज कराई है कि उनसे “रजिस्ट्रेशन फीस” के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं।

पहले भी इस तरह के स्कैम अक्सर सरकारी योजनाओं के नाम पर फैलाए जाते रहे हैं। असली सरकारी योजनाओं का ढांचा कैसा होता है, इसे समझने के लिए अक्सर लोग विश्वसनीय स्रोतों की ओर देखते हैं।
इसी संदर्भ में आप वास्तविक सरकारी मॉडल को समझने के लिए Swamitva Yojana का आधिकारिक मॉडल
भी देख सकते हैं, जिससे यह साफ समझ आता है कि असली योजना कैसी दिखती है और स्कैम वाले दावे कैसे अलग होते हैं।

वित्त मंत्री के नाम पर चल रहा फ़र्ज़ी दावा — जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच

वायरल वीडियो में सबसे भ्रामक तत्व वह क्लिप है जिसमें वित्त मंत्री का चेहरा और आवाज़ मिलाकर यह दावा किया जा रहा है कि सरकार ने ‘₹22,000 निवेश पर ₹20 लाख की आय’ देने वाली योजना लॉन्च की है। पहली नज़र में यह वीडियो असली दिखाई देता है, लेकिन विशेषज्ञों ने इसे AI-जनरेटेड और डीपफेक तकनीक का स्पष्ट उदाहरण बताया है।

जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैला, कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने इसकी जांच शुरू की।
Economic Times की रिपोर्ट्स के अनुसार, यह योजना पूरी तरह से फर्जी है और वित्त मंत्रालय ने ऐसा कोई निवेश कार्यक्रम न तो घोषित किया है और न ही इस प्रकार का कोई वादा किया गया है।

जांच में यह भी सामने आया कि वीडियो में दिखाया गया लोगो, बैकग्राउंड और स्क्रीन ग्राफिक्स भी नकली हैं और इन्हें एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए तैयार किया गया है।

इन रिपोर्ट्स में यह भी दर्ज है कि कुछ विज्ञापन Facebook और YouTube पर “Sponsored” टैग के साथ चलाए जा रहे थे, जिनका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को फर्जी पोर्टल्स पर ले जाकर उनसे ‘रजिस्ट्रेशन फीस’ या ‘प्रोसेसिंग चार्ज’ वसूलना था।
कई लिंक खोलने पर यह भी देखा गया कि ये पोर्टल्स किसी आधिकारिक ‘gov.in’ डोमेन से जुड़े नहीं हैं, जो स्कैम का साफ संकेत है।

इस बीच, जानकारी की पुष्टि के लिए सरकारी योजनाओं का वास्तविक स्वरूप देखने के इच्छुक पाठकों को यह जानना जरूरी है कि असली योजनाएँ हमेशा पारदर्शी दस्तावेज़ों और सत्यापित प्रक्रिया के साथ जारी होती हैं।
उदाहरण के तौर पर, वास्तविक सरकारी लाभों और आवेदन संरचना को समझने के लिए PM Vidya Lakshmi Yojana के वास्तविक लाभ और आवेदन प्रक्रिया
एक प्रमाणित उदाहरण है।

PIB Fact Check की त्वरित चेतावनी: “ऐसी कोई सरकारी स्कीम नहीं चलाई जा रही”

 

वायरल वीडियो तेजी से फैलने के बाद मामला सीधे PIB Fact Check की नज़र में आया। कुछ ही घंटों में PIB ने आधिकारिक रूप से ट्वीट कर इस दावे को पूरी तरह फर्जी घोषित किया। Fact Check टीम ने साफ शब्दों में कहा कि

“सरकार द्वारा ₹22,000 निवेश कर ₹20 लाख कमाने वाली कोई भी स्कीम लॉन्च नहीं की गई है। वित्त मंत्री से जोड़कर फैलाया जा रहा वीडियो पूरी तरह भ्रामक है।”

PIB ने इसके साथ ही उस फर्जी वीडियो का स्क्रीनशॉट भी साझा किया, ताकि लोग ऐसी धोखाधड़ी पहचान सकें। इसके बाद MoneycontrolH और कई वित्तीय पत्रकारों ने भी इस मुद्दे पर चेतावनी जारी की। Moneycontrol के ट्वीट में साफ तौर पर बताया गया कि यह वीडियो कई फेसबुक पेजों पर Sponsored Ads की तरह चल रहा था, जिनमें चुकी-भरी जानकारी दी जा रही थी।

Hemantrajora_, जो सोशल मीडिया पर फर्जीवाड़ों को उजागर करने के लिए जाने जाते हैं, ने भी अपने ट्वीट में इस वीडियो की तकनीकी गलतियाँ बताते हुए कहा:“वीडियो में lip-sync mismatch, unnatural eye movement और low-grade compositing इसे एक साफ-साफ deepfake scam साबित करता है।”

यही नहीं, NewsOnAir की आधिकारिक रिपोर्ट में भी इस वायरल स्कीम को गलत बताया गया है। रिपोर्ट स्पष्ट करती है कि प्रधानमंत्री या किसी भी मंत्री ने ऐसी किसी योजना की न तो घोषणा की है और न ही इसका कोई मसौदा तैयार किया गया है।

 

सरकार ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे किसी भी निवेश संबंधी दावा, रिटर्न प्रॉमिस या वीडियो को बिना जांच परख के न मानें, खासकर तब जब वह किसी सरकारी मंत्री की क्लिप के साथ जोड़ा गया हो | क्योंकि deepfake का उपयोग अब तेजी से धोखाधड़ी में किया जा रहा है।

इसी बीच, असली और सत्यापित सरकारी कल्याण योजनाओं को समझने के लिए विश्वसनीय स्रोतों को देखना बेहद ज़रूरी है। उदाहरण के तौर पर, सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं की सटीक जानकारी Pujari-Granthi Samman Yojana की प्रमाणित जानकारी
जैसे लेखों में मिल सकती है, जहाँ हर सूचना आधिकारिक रिकॉर्ड पर आधारित है।

वायरल वीडियो में कैसे किया जा रहा है लोगों को गुमराह — स्कैम का पूरा मेकानिज़्म

जांच में सामने आया कि यह स्कैम बहुत सुव्यवस्थित तरीके से तैयार किया गया है, ताकि देखने वाले को लगे कि यह एक असली सरकारी निवेश योजना है। वायरल वीडियो की शुरुआत ऐसी क्लिप से होती है जिसमें वित्त मंत्री जैसा दिखने वाला deepfake चरित्र “सरकारी कमाई मॉडल” लॉन्च करते हुए दिखाई देता है। इसके बाद स्क्रीन पर बड़े-बड़े अक्षरों में दावा लिखा होता है—
“₹22,000 का छोटा निवेश, ₹20 लाख तक गारंटीशुदा आय!”

इस तरह के दावे मनोवैज्ञानिक रूप से यूज़र को आकर्षित करने के लिए तैयार किए जाते हैं, क्योंकि कम निवेश और हाई रिटर्न जैसे वादे अक्सर लोगों को त्वरित लाभ का भ्रम देते हैं।

 

स्कैम कैसे आगे बढ़ता है? Step-by-Step पूरा मॉड्यूल | जांच में इन चरणों की पुष्टि हुई:

1. Sponsored Ads के ज़रिये लक्ष्य चुनना-Facebook, Instagram और YouTube पर Sponsored Ads चलाए जाते हैं, जिनमें deepfake वीडियो लगे होते हैं। इन ads को खास तौर पर उन यूज़र्स पर target किया जाता है जो “सरकारी योजना”, “सरकारी लाभ”, “income scheme” जैसे keywords सर्च करते हैं।

2. यूज़र क्लिक करता है और Fake Portal पर पहुँच जाता है-Ads पर क्लिक करने से यूज़र ऐसी वेबसाइट पर पहुँचता है जो पहली नज़र में किसी सरकारी पोर्टल जैसी दिखती है। लेकिन उसका डोमेन कभी भी gov.in नहीं होता यही पहला red flag है।

वेबसाइट पर बड़े अक्षरों में लिखा होता है:
“आज ही आवेदन करें सीमित स्लॉट बचें!”

3. ‘रजिस्ट्रेशन फीस’ और ‘प्रोसेसिंग चार्ज’ वसूला जाता है-यूज़र को भरोसे में लेने के लिए उनसे पहले आधार कार्ड या PAN जैसी जानकारी मांगी जाती है, फिर ₹500–₹2,500 तक की “registration fee” या “processing charge” मांग लिया जाता है।
यही इस स्कैम का असली मकसद है फीस जमा होते ही पोर्टल गायब हो जाता है या नंबर उठाया ही नहीं जाता।

4. WhatsApp नंबरों के माध्यम से ‘फॉलो-अप धोखाधड़ी’-कुछ मामलों में पीड़ित लोगों से अलग-अलग नंबरों से संपर्क किया जाता है, जहाँ उन्हें “अगले चरण” के शुल्क के नाम पर और पैसे देने के लिए कहा जाता है।

5. कोई वास्तविक योजना नहीं सिर्फ Data Harvesting और पैसे की वसूली-इन पोर्टलों के पीछे चलने वाला नेटवर्क यूज़र्स के personal data को एकत्र करके उसे आगे बेच देता है। इस डेटा का इस्तेमाल आगे और अधिक financial frauds में किया जाता है।

असली सरकारी प्रक्रिया कैसी दिखती है? स्कैम को पहचानने का एक सरल तरीका यह है कि असली सरकारी योजना कभी भी “अचानक करोड़ों” का वादा नहीं करती।

उदाहरण के तौर पर, सरकार जब भी किसी सामाजिक वर्ग या कर्मचारियों से जुड़ी पहल घोषित करती है, वह हमेशा विस्तृत दस्तावेज़ और पारदर्शी पात्रता मानदंड के साथ जारी होती है ठीक उसी तरह जैसा Outsourcing कर्मचाऱियों की वास्तविक सैलरी संरचना
जैसे verified लेखों में देखा जा सकता है।

PIB ने क्या कहा? पूरा सच सामने आया–सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस दावे |
“₹22,000 निवेश कर ₹20 लाख कमाएं” को लेकर लोगों में भारी confusion था।
इस पर PIB Fact Check ने आधिकारिक तौर पर सफाई दी और स्पष्ट कर दिया कि यह दावा पूरी तरह फर्जी है।

PIB की जांच में यह सामने आया कि:

1. ऐसा कोई सरकारी कार्यक्रम चल ही नहीं रहा–PIB ने साफ कहा कि भारत सरकार ने किसी भी स्कीम में ₹22,000 देकर करोड़ों/लाखों कमाने जैसी कोई योजना जारी नहीं की है।

click here -https://pmay-urban.gov.in/iec-materials/newsletter/2025

2. वायरल PDF और लिंक फर्जी थे–स्कैमर्स एक एडिटेड PDF और फर्जी वेबसाइट शेयर कर रहे थे जिसमें सरकार का लोगो तक गलत था।

PIB ने बताया:
– उस PDF का फॉर्मेट सरकारी नहीं था
– Contact number निजी था
– Logo कॉपी-पेस्ट किया गया था
– वेबसाइट URL “.gov.in” नहीं था

Pujari Granti Samman Yojana- : https://www.sevakendra.in/pujari-granthi-samman-yojana

3. किसी एजेंट या व्हाट्सऐप नंबर पर सरकार पैसा नहीं मांगती
भारत सरकार कभी भी WhatsApp या Telegram नंबर पर पैसे जमा नहीं करवाती। जो लोग खुद को “अधिकृत एजेंट” बता रहे थे,
वे फर्जी थे, और जनता से पैसों की ठगी की कोशिश कर रहे थे।

4. PIB ने लोगों से चेतावनी जारी की-

  • PIB ने सभी नागरिकों से ये अपील की:
  • किसी भी कमाई वाली सरकारी स्कीम पर भरोसा न करें
  • किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें
  • किसी को पैसे न भेजें
  • पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी चेक करें

असली सरकारी घोषणाएँ कहाँ मिलती हैं-https://india.gov.in/

PIB का साफ बयान:

“₹22,000 देकर ₹20 लाख कमाने वाली कोई सरकारी योजना नहीं है। यह दावा फेक है। सावधान रहें!”

लोगों को कैसे ठगा जा रहा था? पूरा स्कैम मेकानिज़्म सामने आया

PIB की जांच के बाद यह साफ हो गया कि यह पूरा मामला एक संगठित ऑनलाइन स्कैम था, जिसमें लोगों से पैसे हड़पने के लिए बेहद प्रोफेशनल तरीके अपनाए गए थे।
फर्जी वीडियो, एडिटेड PDF, नकली वेबसाइट, और WhatsApp ग्रुप सबकुछ एक ही उद्देश्य से बनाया गया था:
लोगों को भरोसा दिलाकर पैसे ठगना।

 

1. सबसे पहले वायरल वीडियो और फर्जी PDF भेजी जाती थी

स्कैमर्स Facebook, Telegram और WhatsApp पर वीडियो चलाते थे, जिसमें दावा किया जाता था कि:

“₹22,000 निवेश करके हर महीने ₹20 लाख कमाएँ!”

“ये योजना खुद प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने शुरू की है।”

“सीमित स्लॉट — जल्दी आवेदन करें।”

ये वीडियो असल सरकारी भाषणों को एडिट करके बनाए गए थे।

ऐसे ही एक और वायरल एडिटेड वीडियो का सच यहाँ पढ़ें:- https://www.sevakendra.in/pujari-granthi-samman-yojana/

2. फिर लोगों को एक फर्जी वेबसाइट या Google Form पर भेजा जाता था

लिंक कुछ ऐसा दिखता था:

  • smart-wealth-yojana.info
  • investmodi.in
  • pm-income-scheme.com

इनमें “PM”, “Gov”, “Yojana” जैसे शब्द डालकर लोगों को भरोसा दिलाया जाता था।

3. इसके बाद WhatsApp/Telegram पर ‘कस्टमर सपोर्ट एजेंट’ जोड़ता था

यह एजेंट कुछ इस तरह बात करता था:

  • “आपका आवेदन स्वीकार हो चुका है”
  • “आपको केवल ₹22,000 security deposit देना है”
  • “फ़ॉर्म approve होते ही ₹20 लाख आपकी अकाउंट में आएंगे”
  • यह बातें सुनकर कई लोग तुरंत पैसा भेज देते थे।
  • 4. पैसा भेजते ही वे नंबर ब्लॉक कर देते थे

जैसे ही कोई व्यक्ति ₹22,000 भेजता —
स्कैमर तुरंत:

  • WhatsApp ब्लॉक
  • Telegram हटाना
  • लिंक deactivate
  • PDF फाइलें delete

सब कुछ गायब कर देते थे।

Fraud Awareness / Click here- https://www.sevakendra.in/outsourcing-karmchari-salary/
Anchor Text: “High Return वाली योजनाओं का सच

कई लोगों ने शिकायत की कि उन्हें किसी तरह का रिफंड या सहायता नहीं मिली।

4. कुछ फर्जी वेबसाइटें Swamitva Yojana और PM-Kisan जैसे असली कार्यक्रमों का नाम घसीट रही थीं

  • इन स्कैमर्स ने असली सरकारी योजनाओं के नाम का दुरुपयोग किया था।
  • जैसे असली योजनाओं की तरह दिखने वाले पन्नों में:
  • “Swamitva Yojana में भी investment required है”
  • “PM-Kisan में भी लोग ₹20 लाख कमा रहे हैं”
  • ऐसा पूर्णतः गलत और भ्रामक दावा किया जा रहा था।
असली Swamitva Yojana की सही जानकारी यहाँ पढ़ें:-https://www.sevakendra.in/swamitva-yojana/

6. कई लोग ‘Guaranteed Monthly Return’ सुनकर फंस गए

सबसे बड़ी बात स्कैमर जानते थे कि लोग बिना मेहनत के “फिक्स monthly income” वाली बात में जल्दी फँस जाते हैं। इसलिए:

  • ₹2,00,000 हर महीने
  • ₹15–20 लाख हर महीने
  • Lifetime income guarantee

सोशल मीडिया पर वायरल हुए Tweets, Videos और Official Statements  

₹22,000 निवेश कर ₹20 लाख कमाने वाले दावे के बारे में आधिकारिक और विश्वसनीय स्रोतों ने स्पष्ट रूप से बताया कि यह एक फर्जी स्कीम है। सोशल मीडिया पर मौजूद भ्रामक वीडियो और पोस्ट को लेकर सरकार ने तुरंत कार्रवाई की।

1. PIB Fact Check का Official Tweet (सबसे भरोसेमंद स्रोत) click here-
“Claim: Invest ₹22,000 & earn ₹20 lakh monthly — This is FAKE.
Government has not launched any such scheme.”
https://x.com/PIBFactCheck
2. Moneycontrol का Viral Scam Alert Tweet
Moneycontrol ने इस तरह के वायरल स्कैम्स पर चेतावनी दी और बताया कि AI-edited वीडियो अब नया हथियार बन चुके हैं। https://x.com/MoneycontrolH)
 

 

4. Economic Times ने Scam का सच उजागर किया
5. Business Standard Report — पूरा मामला FAKE साबि
https://www.business-standard.com/finance/personal-finance/invest-rs-21-000-to-earn-rs-20-lakh-monthly-viral-videos-of-fm-are-fake-125082000517_1.html

“AI-edited investment scams are the fastest growing fraud in India.”

 Click here:-https://x.com/hemantrajora_

 निष्कर्ष

इस लेख में दी गई सभी जानकारी केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। इसमें बताई गई किसी भी योजना या दावे की पुष्टि आधिकारिक सरकारी स्रोतों से करने की सलाह दी जाती है। यह लेख किसी भी प्रकार की निवेश सलाह, प्रमोशन या सरकारी योजना का समर्थन नहीं करता। फर्जी लिंक, स्कैम या गलत जानकारी से होने वाले किसी नुकसान के लिए वेबसाइट या लेखक जिम्मेदार

bhoomi

{ Bhoomi sharma }is the curious mind behind Sevakendra.in, a platform dedicated to finance, government schemes, agriculture, and exposing real-life scams. Passionate about delivering accurate and easy-to-understand information, [Your Name] ensures every article is well-researched, reliable, and engaging. Through her work, she aims to empower readers to make informed decisions, stay aware of scams, and navigate the latest developments with confidence. At Sevakendra.in, learning the truth is never boring—knowledge becomes a superpower.

View all posts by bhoomi →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *