देश की अधिकांश वित्तीय प्रक्रियाएँ PAN पर आधारित हैं, और यही कारण है कि हाल के महीनों में सामने आई धोखाधड़ी इस दस्तावेज़ को जोखिम के केंद्र में ला रही है। कई डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म केवल PAN के आधार पर पहली पहचान पूरी कर देते हैं, जिससे छोटे स्तर का भी दुरुपयोग सीधे व्यक्ति की वित्तीय प्रोफ़ाइल तक पहुँच जाता है।
विभिन् राज्यों में दर्ज मामलों से यह साफ़ दिखता है कि PAN से जुड़े फर्जी आवेदन अब लगातार सामने आ रहे हैं। कई लोगों को समस्या तब समझ आती है जब उनकी रिपोर्ट में अनजान loan enquiries दिखाई देती हैं और credit score बिना कारण घटने लगता है जो आगे चलकर उनकी पात्रता पर प्रभाव डालता है।
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार PAN से जुड़ा डेटा किसी भी अनधिकृत उपयोग की स्थिति में तुरंत प्रभाव छोड़ता है। कई lending सेवाएँ PAN को प्रथम पहचान मानकर प्रक्रिया शुरू कर देती हैं, जिससे गलत enquiries भी रिपोर्ट में स्पष्ट निशान छोड़ देती हैं और भविष्य के आकलन में बाधा बनती हैं।
स्थिति यह दर्शाती है कि PAN की सुरक्षा अब केवल दस्तावेज़ सुरक्षित रखने का विषय नहीं बल्कि संपूर्ण वित्तीय विश्वसनीयता का आधार बन चुकी है। यदि समय पर अनियमितताएँ न पहचानी जाएँ, तो व्यक्ति की ऋण-पात्रता लंबे समय तक प्रभावित रहती है।
“PAN misuse कई सरकारी पोर्टलों पर भी पहचान की समस्या बन रहा है। इसे बेहतर समझने के लिए आप हमारे Online Scam Alert लेख पढ़ सकते हैं…”
PAN Fraud कैसे होता है?-धोखाधड़ी के पीछे छिपा पूरा तंत्र
PAN धोखाधड़ी किसी एक व्यक्ति का काम नहीं, बल्कि एक व्यवस्थित प्रक्रिया है जो चरणबद्ध तरीके से आपकी पहचान को निशाना बनाती है। यह पूरा ढाँचा डेटा संग्रह से शुरू होकर फर्जी पहचान निर्माण और अंत में अवैध loan स्वीकृति तक पहुँचता है, जहाँ असली व्यक्ति को घटना का पता ही नहीं चलता।
“एक बार PAN नंबर मिलने के बाद fraudsters इसे verify करते हैं और fake documents तैयार कर लेते हैं। कई मामलों में देखा गया है कि synthetic identity fraud का पूरा नेटवर्क डिजिटल KYC loopholes का फायदा उठाता है, जैसा कि CERT-In Security Guidelines में भी चेतावनी दी गई है।”
1. डेटा कैसे निकलता है? — लीक का असली सोर्स
फर्जीवाड़े का पहला चरण वहीं शुरू होता है जहाँ PAN से जुड़ी प्रतिलिपियाँ असुरक्षित जगहों पर जमा होती हैं। पुरानी KYC फ़ॉर्म, सस्ते मोबाइल ऐप, नकली जॉब पोर्टल, कूरियर फॉर्म और असुरक्षित थर्ड-पार्टी सेवाएँ वही जगहें हैं जहाँ से डेटा बाहर जाता है।कई साइबर जांचों में यह बात सामने आई है कि ऐसे लीक किए गए PAN नंबर बाद में गैरकानूनी नेटवर्क्स के बीच बेचे जाते हैं।
2. पहचान निर्माण: फर्जी identity तैयार करना एक बार PAN मिलने के बाद fraudsters इसे verify करते हैं और fake documents बनाते हैं। Salary slips, utility bills और bank statements तैयार करके digital platforms पर पूरी पहचान match कर दी जाती है।
3. Loan Approval: पहचान का misuse Fraudsters micro-loans, BNPL accounts और quick-approval apps में आवेदन करते हैं। कई platforms सिर्फ PAN check करके ही approval दे देते हैं, जिससे impersonation का पता चलने से पहले ही credit record distort हो जाता है।
4. असली व्यक्ति को पता कब चलता है?
अधिकतर users तब alert होते हैं जब उनके CIBIL score में गिरावट दिखती है या collection calls आने लगती हैं। कई मामलों में EMI default पहले ही हो चुकी होती है, जबकि loan असली व्यक्ति ने apply ही नहीं किया होता।
PAN Fraud के शुरुआती संकेत: खतरे की पहचान पहचानें पहला इशारा: PAN पर अनजान गतिविधियाँ
PAN और उससे जुड़े accounts की नियमित निगरानी (monitoring) PAN fraud से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। Unauthorized enquiries, unexpected loans और unknown activities तुरंत पकड़ी जा सकती हैं।
“PAN पर फर्जी Loan कैसे लग जाता है?”
1. Alerts और Notifications सक्रिय करें – Banks और digital platforms instant alert options देते हैं। SMS, email या push notifications activate करने से किसी भी unusual activity की तुरंत जानकारी मिलती है और early intervention संभव होता है।
2.PAN Documents सुरक्षित रखें – PAN card, photocopies और KYC documents केवल verified institutions तक सीमित रखें। Unknown portals या apps पर PAN upload करना identity leak का सबसे बड़ा कारण है।
4. नियमित Credit Monitoring अपनाएँ – Quarterly या half-yearly basis पर credit report और CIBIL score चेक करें। Unauthorized loans या discrepancies जल्दी पकड़ी जा सकती हैं
“Financial identity वही सुरक्षित है, जिसकी निगरानी लगातार होती रहे—PAN पर एक छोटी गलती, पूरी क्रेडिट योग्यता को हिला सकती है।”
PAN Fraud की मौजूदा स्थिति : ताज़ा आंकड़े और सरकारी चेतावनी
हाल ही में किए गए studies और reports से पता चलता है कि PAN misuse लगातार बढ़ रहा है। TV9 और Livemint जैसी मीडिया रिपोर्टों में कई ऐसे cases सामने आए हैं, जहाँ users के CIBIL score अचानक गिर गए या unauthorized loans उनके नाम पर जारी हो गए। इस प्रक्रिया और सुरक्षा उपायों को step-by-step समझने के लिए TV9 Hindi PAN Fraud Guide रिपोर्ट भी उपलब्ध है।
1. रिपोर्टेड Fraud Cases और Regional Trends–
साल 2025 में केंद्रीय और राज्य स्तर पर दर्ज मामले दर्शाते हैं कि PAN fraud हर financial segment में फैल चुका है। Micro-loans, BNPL services और quick approval apps सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। Urban और semi-urban regions में शिकायतें अधिक दर्ज की गई हैं, जो डिजिटल transactions की बढ़ती dependency को दर्शाती हैं। इसके विस्तार और practical steps के लिए Livemint Step-by-Step Guide देखा जा सकता है।

“…Urban और semi-urban regions में शिकायतें अधिक दर्ज की गई हैं, जो डिजिटल transactions की बढ़ती dependency को दर्शाती हैं। डिजिटल धोखाधड़ी और scam calls इससे जुड़े प्रमुख कारण बन रहे हैं, जिसे विस्तार से हमारे DoT Fraud Alert लेख में समझा जा सकता है।”
2. Social Media Alerts और User Awareness
Twitter और अन्य platforms पर कई users ने अपने अनुभव साझा किए हैं, जिससे awareness बढ़ रही है। Hashtags जैसे #PANFraud, #CIBILAlert और #LoanScam trending हैं, और users tips और complaint procedures discuss कर रहे हैं। इन social signals से यह स्पष्ट होता है कि PAN fraud केवल individual issue नहीं बल्कि nationwide concern बन गया है।
3. Data Insights और Government Advisory
Government और RBI द्वारा जारी advisories में बताया गया है कि PAN-based identity theft से बचाव के लिए समय पर CIBIL monitoring और verified loan portals का उपयोग करना critical है। Multiple platforms पर alerts enable करना और regular credit report checks करना users के लिए सबसे प्रभावी safety mechanism माना जा रहा है
निष्कर्ष और सावधानी-
PAN Fraud से सुरक्षा: सीख और सटीक कदम
PAN fraud तेजी से बढ़ता खतरा बन चुका है, लेकिन समय रहते सावधानी बरतकर इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। Regular credit monitoring, verified loan portals और instant alerts अपनाना अब अनिवार्य हो गया है।
Users को यह समझना जरूरी है कि small irregularities को नजरअंदाज करना बड़े financial नुकसान की शुरुआत हो सकती है। CIBIL score में अचानक गिरावट, अनजान loan enquiries और unknown accounts सबसे पहले पहचान के संकेत हैं।
सरकारी advisories और media reports की मदद से users को updated रहना चाहिए। Social media alerts और official guides, जैसे TV9 PAN Fraud Guideऔर Livemint Step-by-Step Guide , इस awareness में मदद करते हैं।